भगवान विष्णु पूरे बह्रामंड को व्यवस्थित रखते है | गरुड़ भगवान विष्णु का विश्वसनीय वाहन और परिचारक है | गरुड़ एक शस्त्र के तौर पर ब्रमाण्ड को व्यवस्तिथ रखने मे भगवान की सहायता करता है | गरुड़ एक ऐसे पक्षी के रूप मे हमारे सामने आता है जो दिखता बाज जैसा है परन्तु उसके हाथ और सिर मानव के से होते हैं | अंत यह तीव्र दूरदृस्टि मानवीय बुद्विमंता एवं चेतना का मिश्रित रूप हैं | अपने शरीर को बेहतर रखने और अपनी दक्षताओं का विकास करने के लिए गरुड़ को दक्षिण-पश्चिम वास्तु संस्कार क्षेत्र में रखे |